रायबरेली: एक उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति और SCR

जब से एससीआर की घोषणा हुई है तब से रायबरेली जिले मे निवेशकों द्वारा निवेश की होड़ लग गई। मकान, कामर्शियल प्रॉपर्टी, रेंटल प्रॉपर्टी और खासकर जमीनों को लेकर निवेशकों में उत्साह देखा जा रहा है। रायबरेली जिला उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक राजधानी लखनऊ और उत्तर प्रदेश की न्यायिक राजधानी प्रयागराज के बीच स्थित है इसलिए इसको शुरुआत से ही अच्छी संभावनाएं मिली इसके कारण यहाँ पर सड़क, परिवहन, चिकित्सा, औद्योगिक क्षेत्र, बड़े कॉलेजेस, बड़ी इंडस्ट्रीज़ का विकास हुआ है।

लगभग पिछले एक दशक में रायबरेली क्षेत्र ने अन्य टियर थ्री सिटीज की तुलना में अच्छी ग्रोथ हासिल की है जैसे लालगंज क्षेत्र में आधुनिक रेल कोच कारखाने की स्थापना, मुन्शी गंज क्षेत्र में एम्स की स्थापना, विसाका इंडस्ट्रीज़, सीमेंट फैक्टरी, स्पाइस रिसर्च सेंटर, मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल, फैशन टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट, रेयान इंटरनेशनल स्कूल, फ्लाइंग एकेडमी, OMAX आदि।

इसके अलावा हॉस्पिटल, ट्रामा सेंटर, छोटी फैक्ट्रियां, होटल, रिसोर्ट, मोटरगाड़ी एजेंसीज, टेक्निकल स्कूल आदि का विकास हुआ।
परिवहन की बात करें तो रायबरेली क्षेत्र से निकलने वाली सभी सड़कों का विकास किया जा रहा है चाहे वह लखनऊ जा रही हो, प्रयागराज, कानपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, उन्नाव, या बाराबंकी की तरफ जा रही हो। रायबरेली शहर के चारों ओर रिंग रोड का निर्माण किया जा रहा है। इस जिले से गंगा एक्सप्रेस वे का भी निर्माण हो रहा है, मतलब साफ है जैसी सड़कें होंगी वैसी अर्थव्यवस्था होगी और वैसी ही उन्नति होगी।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि, आने वाले 1 से 2 साल के भीतर प्रॉपर्टी की कीमतों में लगभग 5 से लेकर 10% तक उछाल आएगा।
अपार संभावनाओं को देखते हुए रायबरेली के विकास में आपका निवेश सर्वोत्तम निवेश बन जाएगा।

क्या है SCR?

राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) एक प्रस्तावित विकास योजना है जो लखनऊ शहर और उसके आस-पास क्षेत्रों के लिए तैयार की जा रही है। इसे दिल्ली की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के तरीके पर योजनाबद्ध किया जा रहा है और इसका क्षेत्रफल 34,000 वर्ग किलोमीटर होगा जिसमें लगभग 29 मिलियन आबादी के लोगों को निवास कराया जाएगा। एससीआर उत्तर प्रदेश के आठ जिलों को सम्मिलित करेगा: लखनऊ, कानपुर, कानपुर देहात, उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी, सीतापुर और हरदोई। एससीआर को विकास चरणों में विकसित किया जाएगा, पहले चरण में लखनऊ और कानपुर के विकास पर ध्यान केंद्रित होगा। दूसरे चरण में एससीआर के शेष छह जिलों के विकास पर ध्यान केंद्रित होगा।

SCR के मुख्य बिंदु

1. एसीआर के क्षेत्र में लखनऊ, हारदोई, सीतापुर, रायबरेली, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव और बाराबंकी जिले शामिल होंगे।
2. विशेष प्रशासनिक मंडल के रूप में एसीआर के लिए एक नई विकास प्राधिकरण (एसीआरडीए) की स्थापना होगी। इस प्राधिकरण का मुख्यालय लखनऊ में स्थित होगा।
3. एसीआरडीए का कार्य एसीआर की योजनानुसार प्लानिंग, विकास और प्रबंधन करना होगा। यह प्राधिकरण एसीआर में रहने वाले लोगों को आवश्यक सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होगा।
4. एसीआर में विशेष परिवहन नेटवर्क की विकास की योजना है, जिसमें लखनऊ और कानपुर के बीच एक हाईस्पीड रेल लिंक, एक विस्तृत सड़क नेटवर्क, और एक नया हवाई अड्डा शामिल होंगे।
5. एक नया औद्योगिक कोरिडोर भी विकसित किया जाएगा, जो घरेलू और विदेशी कंपनियों से निवेश आकर्षित करेगा। यह नया कोरिडोर रोजगार के अवसरों को बढ़ाने और प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा।
6. एसीआर में आवास क्षेत्रों की विकास योजना शामिल होगी, जिसमें आधुनिक आवास के निर्माण, पार्क और हरित क्षेत्रों का विकास, और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और मल्टीप्लेक्स के निर्माण की योजना है।
7. शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष कार्यक्रम विकसित किया जाएगा। इसमें नए विश्वविद्यालय, कॉलेज, अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल होंगी।
एससीआर लखनऊ की यह विस्तृत योजना उत्तर प्रदेश सरकार के लिए महत्वपूर्ण है, जो प्रदेश को एक आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।